आचार्य वाणी
Wednesday, 15 February 2012
आशा एव जीवनं
आज वक्त ख़राब है तो क्या हुआ,
आज दिल में दर्द है तो क्या हुआ |
कल खिलेगी धूप दिन होगा सुहाना,
आज यदि बरसात है तो क्या हुआ ||
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